Arthaat
A different accent of politconomy
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banking reforms
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Sunday, November 4, 2018
कायम रहे बीमारी !
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कागज देखना कुछ नहीं , टेलीफोन आया , लोन दे दो. लोन चुकाने का समय आया तो नया लोन दे दो. जो गया सो गया , जमा करने के लिए नया लोन दे दो...
Sunday, December 17, 2017
ताकि बना रहे भरोसा
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डर में जीने का शौक न हो तो सरकार की इस बात पर भरोसा करने में कोई हर्ज नहीं है कि बैंकों में जमाकर्ताओं का पैसा नहीं डूबेगा. लोगों को ...
1 comment:
Tuesday, November 10, 2015
बेचारे बैंक
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बैंकों की बदहाली के लिए अब इसके लिए केवल पिछली कांग्रेस सरकार जिम्मेदार नहीं है , मोदी सरकार ने कहीं ज्यादा तेजी से बैंकों को मुसीबत ...
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