Arthaat
A different accent of politconomy
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Monday, December 6, 2021
वाह सुधार, आह सुधार
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इतिहास स्वयं को हजार तरीकों से दोहराता रह सकता है. लेकिन संदेश हमेशा बड़े साफ होते हैं. इतने साफ कि हम माया सभ्यता की स्मृतियों को भ...
Thursday, July 15, 2021
तिनके को डूबते का सहारा
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अगर कोई कहे कि बीते बरस लॉकडाउन के दौरान गांवों ने अर्थव्यवस्था को उबार लिया या इस साल भी गांव भारतीय अर्थव्यवस्था क...
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