Arthaat
A different accent of politconomy
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Sunday, February 17, 2019
पारदर्शिता का वसंत
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दुनिया अपनी लोकतांत्रिक आजादियों के लिए किस पर ज्यादा भरोसा कर सकती है ? राजनीति पर या बाजार पर ? वक्त बदल रहा है. सियासत ...
Sunday, August 12, 2018
सवाल हैं तो आस है
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गूगल 2004 में जब अपना पहला पब्लिक इश्यू (पूंजी बाजार से धन जुटाना) लाया था तब मार्क जकरबर्ग , फेसमैश (फेसबुक का पूर्वज) बनाने पर ह...
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