Arthaat
A different accent of politconomy
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Monday, October 1, 2012
बड़े दांव और गहरे जोखिम
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य ह इतिहास बनते देखने का वक्त है , जो आर या पार के मौके पर बनता है। दोहरी मंदी और वित्तीय संकटों की अभूतपूर्व त्रासदी में खौलते अटल...
Monday, August 15, 2011
दहकते हुए दो सवाल
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क्या मंदी घेर ही लेगी? दुनिया में वित्तीय तबाही कैसे रुकेगी? अमेरिकी साख से जिनकी साख जुड़ी है वह देश, बैंक या कंपनियां कहां सर फोड़ेंगे? ...
Monday, April 25, 2011
साख के गुंबद में सेंध
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न्यू यार्क स्टॉक एक्सचेंज की छत पर लटके यक्ष ने एक युधिष्ठिर टाइप के निवेशक से पूछा, वत्स ! दुनिया के वित्तीय बाजार में प्रश्नों से परे क्य...
Monday, May 24, 2010
शायलाकों से सौदेबाजी
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शु तुरमुर्ग एक समस्या का नाम भी है। इसके शिकार लोग अक्सर लैला और कैटरीना जैसे चक्रवातों से बचने के लिए छतरी लगा लेते हैं। संप्रभु कर्ज संकट...
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